Monday, September 2, 2024

३ सितम्बर  जनमदीन की शुभकामना #प्यारेलाल (#लक्ष्मीकांतप्यारेलाल) #LaxmikantPyarelal



 जनमदीन की शुभकामना   #प्यारेलाल (लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल) #LaxmikantPyarelal 

 
३ सितम्बर लिविंग लीजेंड, हिंदी फिल्म संगीत  सबसे लोकप्रिय और सबसे सफलतम संगीत दिग्दर्शक लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के, प्यारेलालजी  का जनमदिन है.  

प्यारेलालजी  का जन्म ३ सितम्बर, १९४० में मुंबई में हुआ. प्यारेलालजी  के पिताजी पंडित रामप्रसाद शर्मा नामांकित ट्रम्पेट प्लेयर थे और संगीत शिक्षक थे. संगीत की प्रम्भारिक शिक्षा प्यारेलालजी ने अपने पिताजी से प्राप्त की. ववेस्टर्न संगीत के नोट लिखना और वायलिन। बाद में प्यारेलालजी ने सुप्रसिद्ध वायोलिन वादक और शिक्षक, गोवा के श्री अन्थोनी गोंसाल्विस से वायोलीन की शिक्षा प्राप्त की. केवल आठ साल के उम्रमें प्यारेलालजी ने वायलिन में निपुणता हासिल कर ली. 

 

   १३ साल की उम्र, प्यारेलाल जी संगीतकार नौशाद के ऑर्केस्ट्रा में वायलिन बजाते हुए 

बाद में ‘अमर अकबर अन्थोनी, १९७७, में अपने गुरु अन्थोनी गोंसाल्विस को "माई नेम इज एंथोनी गोंजाल्विस" गीत द्वारा प्यारेलालजी ने  अपने वायलिन  गुरु को श्रद्धांजलि दी. 


घरके हालात ठीक नहीं थे. ऐसे में उंहने पैसे कमाने के लिए चर्चमें वायोलीन बजाना चालू किया।

८  साल की उम्र में प्यारेलालजी अपने पिताजी पंडित रामप्रसाद शर्मा जी साथ


लता मंगेशकर के छोटे भाई पंडित हृदयनाथ मंगेशकर, जो के प्यारेलालजी के हमउम्र थे, हम उम्र थे, उन्होंने प्यारेलाल जी के पिताजी से संगीत सीखना चालू किया। उन्ही दिनों प्यारेलाल और पंडित हृदयनाथ मंगेशकर अच्छे दोस्त बन गए.. 

किशोर आयु में लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल मंगेशकर परिवार द्वारा संचालित “सुरेल बाल कला केंद्र” में.

पंडित हृदयनाथ मंगेशकर ने अपने ही घरमे एक संगीत अकादमी शुरू की और उसका नाम रखा था “सुरीला बाल केंद्र”. उस अकादमी में  हृदयनाथजी  के अलावा उनकी  बहने मीना मंगेशकर और उषा मंगेशकर , प्यारेलालजी, उनके छोटे भाई गणेश, गोरख, आनंद, महेश, नरेश इत्यादि लोग थे. १० साल के उम्रके प्यारेलाल  (छोटे संगीतकार) और बाकि बालक सब के सब लता मंगेशकर के घर में रहना, खाना और संगीत बजाना। 


थोड़े ही दिनोंमें भारत रत्न लता मंगेशकर ने एक कॉन्सर्ट में लक्ष्मीकांत को मेंडोलिन बजाते सुना। लताजी ने दोनों भाइयों लक्ष्मीकांत और शशिकांत को  शंकर-जयकिशन, नौशाद, सी रामचंद्र और सचिन देव बर्मन के पास शिफारस की. साथ ही  लताजी ने लक्ष्मीकांत और उनके बड़े भाई शशिकांत को “सुरीला बाल केंद्र”  में भेज दिया। 


वहींसे शुरू हुआ प्यारेलाल जी और लक्ष्मीकांत जी के लम्बी “दोस्ती” सिलसिला। वहींसे याने की लता मंगेशकर जी के घर से लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के “नाम “ का उदय हुआ. फिर क्या हुआ सब लोग जानते हे। १९६३ से लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल (१९६३ - १९९८) के नाम का  एक युग की शुरुआत हुई।


503 फिल्में, 160 गायक, 72 गीतकार, 2845 गाने। बॉलीवुड संगीत में 

लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का जबरदस्त योगदान। 


प्यारेलालजी ने एक वायलिन वादक के रूप में, संगीतकार के बुलो सी रानी, ​​नौशाद, मदन मोहन, सी रामचंद्र, खय्याम, चित्रगुप्त और एस डी बर्मन के साथ काम किया है।


प्यारेलाल जी ने 23 साल की उम्र में और लक्ष्मीकांत ने 26 साल की उम्र में, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल नामक संगीत निर्देशक के रूप में फिल्म “पारसमणि” के माध्यम से शुरुआत की, जो वर्ष 1963 की तीसरी तिमाही में आई थी। बी ग्रेड की फिल्म लेकिन ए ग्रेड का संगीत। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने कुछ ऐसे दिलचस्प गाने लिखे, जिन्होंने एक औसत फिल्म को एक बड़ी हिट में बदल दिया।


लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के सुमधुर और भव्य ऑर्केस्ट्रा से सजाये गए चुनिंदा गाने। 


यह कोई साधारण गाने  नहीं है, केवल वे लोग ही इसका अधिक आनंद ले सकते हैं जिनकी संगीत में विशेष रुचि है... यह एक वैकल्पिक संगीत है... अपने समय का सोना...


१) रुक जा ए हवा, थम जा ए बहार   “शागिर्द”  १९६७।  मजरूह सुल्तापुरी / लता मंगेशकर  


लता मंगेशकर और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का एक चमत्कारी गीत, जिसे मजरूह सुल्तापुरी ने लिखा है. 

खूबसूरत अभिनेत्री सायरा बानो पर फिल्माया गया है ।


इस गाने को हम एन इंडियन साउंड ऑफ म्यूजिक भी  कहते हैं।


59 सेकंड का “प्रील्यूड” (गाना शुरू होनेसे पहले का ऑर्केस्ट्रा / संगीत) जंगल के दृश्य को फ्रेम करने के लिए अद्भुत रूप से तैयार किया गया है। बांसुरी, अकॉर्डियन, सेलोस, सितार, तानपुरा, सिम्फनी शैली के वायलिन और विशेष रूप से पक्षियों का कलरव, मधुर रूप से एकीकृत किया गया है. लताजी के आलाप द्वारा शानदार शुरुआत के साथ समाप्त होता है। .. लताजी 1.00 बजे गाना शुरू करती हैं रुक जा zzzz ..रुक जा ssss ...रुक जा स्स...हर बार 3 सेकंड के लिए 'विराम' (singing pause )  देते हुए बिना 'ताल' (rhythm) के। अगले 34 सेकण्ड्स तक सुखद सिम्फनी शैली ऑर्केस्ट्रा में  सेलो का आनंद लें।


संपूर्ण 'मुखड़ा' और 'अंतरा' सहित गीत को लताजी के गायन के इर्द-गिर्द "सिम्फनी" वायलिन की ध्वनियों के साथ मधुरता से संश्लेषित किया गया है। इसमें एक अनूठी ढोलक / तबला लय है जो पूरे गीत में श्रोताओं को बांधे रखती है।




२ ) कजरा लगा के रे बिंदिया.   “जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली” १९६७।  मजरूह सुल्तापुरी /  लता मंगेशकर  

गीत की रचना का अनोखा तरीका     (जैसा कि लिविंग लीजेंड प्यारेलाल जी द्वारा सुनाया गया है)

दिग्गज अभिनेता, निर्माता-निर्देशक, दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता वी. शांताराम के साथ काम करना गर्व की बात हुआ करती थी। वे प्रतिभा के महान पारखी थे। अपनी फिल्मों के संगीत के प्रति उनमें असाधारण संवेदनशीलता थी। वी. शांताराम की फिल्मों के गीत और संगीत की गुणवत्ता अद्वितीय और विशेष हुआ करती थी । वी. शांताराम कैंप में प्रवेश करना कोई आसान काम नहीं था। उन्होंने संगीत निर्देशकों की अपनी पसंद 2 से 3 तक सीमित रखी थी। सी रामचंद्र और वसंत देसाई को छोड़कर चालीस, पचास, साठ और सत्तर के दशक के कई बड़े संगीत निर्देशकों को वी. शांताराम के साथ काम करने का मौका नहीं मिल सका।

१९७० में लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को वी शांताराम की "क्लासिक", डांस-म्यूजिकल  “ “फिल्म "जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली" में पहली बार काम करने का मौका

वी. शांताराम की पत्नी, संध्या, अभिनेत्री, नर्तकी और अनुभवी नृत्य - रचनाकार ने संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को कहा की :: उनके डांसिंग स्टेप्स देखकर ताल (rhythm), लय और ढोलक का ठेका बनाये। और  दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता,  गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी को कहा की ::  चेहरे के भावों को देखकर शब्द लिखे। ..... काफी प्रैक्टिस और अभ्यास। ......... और ८ से १० घंटोमें गाना तैयार हुआ. 

यह मधुर गीत "मयूर नृत्य" पर है । अलग शैली की  रचना, पश्चिमी शैली में बांसुरी का प्रयोग प्रमुखतासे  किया  है। शायद सबसे लंबा "प्रील्यूड" / शुरुआत का संगीत , 3 मिनट और 27 सेकंड । ढोलक की विभिन्न रीधम, पश्चिमी शैली का ऑर्केस्ट्रा में बांसुरी और संतूर, वायलिन, वायोला और गिटार का प्रमुख रूप से उपयोग किया है। साथ ही गाने का "पोस्टलूड"/ बाद का संगीत  और "मयूर डांस" सुनना / देखना  न भूलें। वी शांताराम की पत्नी संध्या पर ये गाना फिल्माया है.




३) ओ घटा सावरी थोड़ी थोड़ी बावरी    “अभिनेत्री” १९७१   मजरूह सुल्तानपुरी / लता मंगेशकर 

एक और संगीतमय हिट फिल्म है जिसमें लता मंगेशकर द्वारा छह गाने गाए गए हैं। यह हमेशा एक सर्वश्रेष्ठ गान रहेगा.     एक योग गीत. हेमा मालिनी का बेतरीन डांस / एक्टिंग 

५७  सेकंड का आकर्षक "प्रस्तावना" (prelude), सिम्फनी शैली के वायलिन, Jaaz  बांसुरी, संतूर, ग्लोकेंसपील और लताजी की गुनगुनाती आवाज़ के साथ। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने लता की आवाज़ और jaaz  बांसुरी की खूबसूरत झलकियों के बीच जिस तरह से तालमेल बिठाया है, वह वाकई मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। बारिश के मौसम का प्रभाव पैदा करने के साथ-साथ गाने का मूड भी सेट करता है। सभी "इंटरल्यूड" अलग-अलग धुनों के साथ हैं। दूसरे 'इंटरल्यूड' में पानी की आवाज़ बनाना कमाल का है। गाने के बीच में फिलर के तौर पर jaaz  फ़्लूट की झलक + pause " विराम" और पश्चिमी शैली की rhythm  ने इस गीत को विशेष बना दिया है। 




४ ) हम तुम एक कमरा मैं बंद हो !!     “बॉबी” १९७३  आनंद बक्शी   /  लता मंगेशकर - शैलेन्द्र सिंह 


लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा भव्य, समृद्ध और मधुर ऑर्केस्ट्रा।  “ईरानी संतूर” का बेहतरीन इसरतेमाल 


हम तुम।,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ढण ढण टन टन, ढण ढण टन टन, ढण ढण टन टन,.

एक कमरे में बंद हो ,,,,,,,,,ढण ढण टन टन, ढण ढण टन टन, ढण ढण टन टन,.


ये ,,,,,,,,ढण ढण टन टन, ढण ढण टन टन, ढण ढण टन टन,,,,,,क्या है ? टो स्टेपिंग रिदम


अलग टाइप की rhythm तैयार की है। जो हरेक ५ सेकण्ड्स के सिंगिंग पॉज में बजता है.  


टो स्टेपिंग रिदम:- ईरानी संतूर (पंडित शिवकुमार शर्मा द्वारा बजाया गया) + अकॉर्डियन (सुमित मित्रा द्वारा बजाया गया) + बोंगो ड्रम का मिश्रण। गिटार (बजाने वाले गोरख शर्मा, प्यारेलालजी के छोटे भाई  )


गायन (पॉज) "विराम" / singing pauses  हैं। पहला ‘pause’ गाना शुरु  के तुरंत बाद 0.27 सेकंड पर है..हम तुम s s s । बेहतरीन तरीकेसे रचित 'लय' rhythm। गीत में ५  सेकंड के कई गायन "विराम" (singing pauses)  हैं। पहला ‘pause’ गाना शुरु  के तुरंत बाद 0.27 सेकंड पर है..हम तुम s s s । बेहतरीन तरीकेसे रचित 'लय' rhythm पर प्रकाश डालते हुए (आलाप)


“ईरानी संतूर” और गाने में इसकी लय का जादू बस मंत्रमुग्ध कर देने वाला है।ईरानी संतूर का इस्तेमाल लय बनाने के लिए एक वाद्य यंत्र के रूप में किया गया है, जो अकॉर्डियन और बोंगा ड्रम के साथ तालमेल बिठाता है.. पूरे गाने में. इस गाने में दूसरे पश्चिमी शैली के वाद्य यंत्र भी हैं.


दूसरे इंटरल्यूड में ईरानी संतूर से शुरुआत करें और लता की खूबसूरत आवाज़ के साथ ओवरलैप करें.


तीसरा इंटरल्यूड:- ध्वनिक गिटार, ट्रम्पेट, सैक्सोफोन, वायलिन, माउथोर्गन, फ्रेंच हॉर्न और violins स। 6.32 पर 2 सेकंड के लिए रुकें सरल शब्दों के साथ सरल धुन को टो स्टेपिंग रिदम के साथ मधुरता से ऑर्केस्ट्रेटेड किया गया है।


इस गाने की एक और खासियत है सभी ‘इंटरल्यूड्स’ में विभिन्न वाद्ययंत्रों के “ओवरलैपिंग” साउंड इफ़ेक्ट। ऑर्केस्ट्रा व्यवस्था के मामले में मैं इस गाने को लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की डेस्क से बेहतरीन रचनाओं में से एक मानूंगा।


इसमें >>तीन अलग-अलग ट्यून किए गए "अन्तरा" + तीन अलग-अलग रचित "इंटरल्यूड्स" हैं... और मंत्रमुग्ध कर देने वाला ऑर्केस्ट्रा संयोजन।


कश्मीर के शानदार लोकेशन और राज कपूर द्वारा गाने के सराहनीय फिल्मांकन को न भूलें।यह गना ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया पर फिल्माया हैः. 




५) रोज़ शाम आती थी        “इम्तिहान”   १९७४। …  मजरूह सुल्तानपुरी / लता मगेशकर 


यह गाना इम्तिहान,  १९७४  का है, जिसके चारों गाने हिट रहे। यह लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की सुपरहिट फ़िल्मों “बॉबी”, “दाग”, “मनचली” और “रोटी कपड़ा मकान”, “लोफ़र” के बीच में ये फिल्म रिलीज़ हुई थी 


लता मंगेशकर और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की अनोखी जोड़ी ने साठ के दशक में कई यादगार गाने दिए (लगभग 179 गाने)। सत्तर के दशक में भी इससे बेहतरीन गाने की उम्मीद थी। यह गाना आज भी लोकप्रिय है। सबसे बढ़कर...लताजी और एल.पी. की केमिस्ट्री ने कमाल कर दिया।


67 सेकंड का prelude  "प्रस्तावना"::- 0.15 सेकंड पर  पक्षियों का चहचहाना, फिर गिटार की झलकियाँ (glimpses) शुरू होती हैं, फ्रेंच हॉर्न (0.34 से 0.44), ईरानी संतूर (0.55 तक) और फिर 1.06 तक लताजी का आलाप और singing pause "विराम" ..ये संगीत 'सूर्यास्त' का एहसास देता है और  गीत सुनने का मूड सेट करता है।


बोंगो/कोंगा ड्रम की शक्तिशाली लय (powerful rhythm) . लताजी 'रोज शाम आती थी' (1.11...1.14) गाने के बाद रुक जाती हैं, (singing paus)  1.16 ... 1.19 पर फिर rhythm / "ताल" सुनें... यह केवल लय / rhythm सुनने के लिए एक "कान को भाने वाला" क्षण देता है। आपको गीत में फिर से ऐसे "विराम" मिलेंगे। 


 "इंटरल्यूड्स":- दोनों इंटरल्यूड्स को वायलिन, सेलोस, ईरानी संतूर और फ्रेंच हॉर्न के इस्तेमाल के साथ पश्चिमी शैली के ऑर्केस्ट्रा से खूबसूरती से सजाया गया है। मन को झकझोर देने वाला "पोस्टल्यूड" (गाने के आखीर में बजनेवाला संगीत) सुनना न भूलें। यह गाना तनुजा और विनोद खन्ना पर फिल्माया गया है।





प्यारेलालजी को जनमदिन की बधाई 


अजय पौंडरिक 

वड़ोदरा 



श्री अजय पौंडरीक ने हाल ही में एक ७०० पन्नों ली पुस्तक लिखी है "LAXMIKANT-PYARELAL, Music Forever”. An L P Era :: 1963 - 1998 । श्री अजय पौंडरीक, महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण, वडोदरा से, तानसेन की नगरी ग्वालियर में पैदा हुए थे। मैकेनिकल इंजीनियर। वे १९६३ से, आठ साल की उम्र से हिंदी फिल्म संगीत के शौकीन हैं, संयोग से, संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के बीच ३५ साल की लंबी साझेदारी १९६३ में "पारसमणि" फिल्म के साथ शुरू हुई और अजयजी का लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल संगीत के प्रति प्रेम शुरू हुआ। अजय जी को अन्य समकालीन संगीतकारों की रचनाएँ भी पसंद हैं, लेकिन वे लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के संगीत के प्रशंसक हैं। श्री अजय पौंडरीक को संगीत के प्रति प्रेम अपनी माँ से विरासत में मिला. रोजगार के सिलसिले में वे विदेश में रहे, 20 वर्ष नाइजीरिया में और एक वर्ष अफगानिस्तान में।





The Book is available at amazon.in, flipcart and blueose publications.






Saturday, January 6, 2024

Lata Mangeshkar & Laxmikant-Pyarelal A Unique Trio


   Lata Mangeshkar & Laxmikant-Pyarelal :: A Unique Trio

Lata Mangeshkar have played major role in the entire musical career of Laxmikant-Pyarelal. 

Lata Mangeshkar has sung the maximum numbers of songs under the banner of Laxmikant-Pyarelal. 


Moreover Lata Mangeshkar sounds extremely melodious under the Laxmikant-Pyarelal’s giant, rich and mellifluous orchestra arrangements.


Lata Mangeshkar and Laxmikant-Pyarelal were a longer, larger, closer and more rewarding association that than what ANY composer has had with ANY singer in Hindi cinema.


From 1963, to the next 35 years, Lata Mangeshkar and Laxmikant-Pyarelal were to chalk up an astounding 712 songs together, which accounted for one in every 10 Hindi film songs recorded by the Melody Queen, and one of every four songs composed by the duoडॉ. The unmatchable variety of songs.


And what a mind boggling variety and range did we get in those 712 numbers which included chart-slammers and classics, and chaalu numbers as well as connoisseur choices. It is impossible to find that variety and that sustained excellence without monotony in the output of any other composer, with Lata or with any other singers.   




          

Out of 712 songs, Lata Mangeshkar has sung close to 400 ‘solos’


Enclosing herewith selected SOLO songs lists of Lata Mangeshkar with Laxmikant-Pyarelal.  


About 128 songs, and none of them is repeated

"Classical Songs" of Lata and LP..........................13 no

"Western Style Songs" of Lata and LP..................18 no

"Gazals Songs" of Lata and LP..............................07 no

"Bhajan Songs" of Lata and LP.............................04 no

"Mujara Songs" of Lata and LP............................ 08 no

"Punjabi Folk Songs" of Lata and LP................... .16 no

"Extremely Melodious Songs" of Lata and LP........ 31 no

"Few More Popular Songs" of Lata and LP............21 no

"CLASSICAL SONGS" of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal

                           (solo)

 

1. Jeevan Dor Tumhi Sang Bandhi

2. Kabhi To Miloge Jeevan Sathi  “Sati-Savitri (1964) 

Songwriter Pandit Bharat Vyas


3. Khabar Mori Na Lini…

   “Sant Gyaneshwar” (1964)

 Songwriter Pandit Bharat Vyas

 

4. Gudiya Hamase Ruthi Rahogi

    “Dosti” (1964) Songwriter Majrooh Sultanpuri


5. Meghawa Gagan Beech Zanke

   “Harishchandra Taramati” (1964) 

Songwriter Rashtra Kavi Pradeep


6. Suno Sajana Papihe Ne…

   “Aaye Din Bahar Ke” (1966)

 Songwriter Anand Bakshi


6. Aaj Dil Pe Koi Jor Chalata….

    “Milan” (1967) Songwriter Anand Bakshi


7. Main Dekhu Jis Aur Sakhi Ri

    “Anita” (1967) Songwriter Raja Mehadi Alli Khan


8. O Ghata Sanwari  

    “Abhinetri” (1971) Songwriter Majrooh Sultanpuri


9. Man Ki Pyas Mere Man Se Na

   “Jal Bin Machhali Nritya Bin Bijli” (1971) Songwriter Majrooh Sultanpuri


10. Bhor Bhaye Panaghat Pe Songwriter Anand Bakshi

11. Ishwar Satya Hai Songwriter Pandit Narendra Sharma

     “Satyam Shivam Sundarm”(1977)


12. Nindiya Se Aaye Bahar 

     “Hero” (1981) Songwriter Anand Bakshi


13. Tere Mere Beech Main

     “Ek Duje Ke Liye” (1981) Songwriter Anand Bakshi

 

"WESTERN  STYLE  SONGS "  of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal  

                                                      (solo)

 

 1.  Dil Walo Saz-E-Del (Cabaret Song)

 2.  Raat Se Kaho Ruke Zara(Cabaret Song)

     “Lootera” (1965) Anand Bakshi 

 

 3.  Kis Ne Pukar Muze Main Aa Gai

      “Pyar Kiye Jaa” (1966) Songwriter Rajendra Krishan

 

 4.  Mera Naam Hai Zamela(Cabaret Song)

      “Night In London (1967) Songwriter Anand Bakshi


 5. Aaja Re Piya Milane Lage

     “Baharon Ki Manzeel” (1967) Songwriter Majrooh

 

  6.  Aaiye Bahar Ko Hum Bat Le

  “Taqdeer” (1968) Anand Baksh


  7.  Akele Ab To Raha Na Jaye 

  “Jawab” (1968)  Songwriter Rajendra Krishan


   8. Aa Jan-E-Jaa (Cabaret Song)

   9. Mehafil Soi, Aisa Koi (Cabaret Song)

 10. Kaise Rahun Chup( Lata In a "DRUNK" Mood)

      “Intquam” (1969) Songwriter Rajendra Krishan

 

 11.Ye Kaisa Gum Sajana

   ( Lata In a "DRUNK" Mood)

      “Pyasi Sham” 1971 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

 12.  Ek To Mera Masatana Shabab( Lata In a "DRUNK" Mood)

    “Gora Aur Kala” (1972) Anand Bakshi  

 

  13.  Dard-E-Dil Badhata Jaye(Cabaret Song)

         “Buniyaad” (1972) Songwriter Anand Bakshi


  14. Roj Sham Aati Thi

       “Imtihan” (1973) Songwriter Majrooh Sultanpuri


  15. Hi Hi Ye Majaboori

        “Roti Kapada Aur Makan” (1974)  Songwriter Verma Malik


  16. Tere Milane Se Pehale( Lata In a "DRUNK" Mood)

   “Ponga Pandit” (1975) Songwriter Rajendra Krishna 


   17. Doori Na Rahe Koi(Cabaret Song)

         “Kartavya” (1977) Songwriter Kafil Azar


   18. Mere Naseeb Main

         “Naseeb” (1981) Songwriter Anand Bakshi

 

"GAZALS  SONGS" of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal

                            (solo)

 

1.  Sanam Raah Bhule Yahan Aate 

     "Lootera" (1966) Songwriter Anand Bakshi

     

2. Meri Zindagi Ke Chirag Ko

"Jaal" (1967)   Songwriter Rajendra Krishanan


3. Zamane Main Aji Aise Nadan 

     "Jeevan Mrutyu" (1970) Songwriter Anand Bakshi

     

4. Is Zamane Ne Is Mohobat Ne

   "Mhaboob Ki Mehandi" (1971) Songwriter Anand Bakshi

         

5. Ek Chehare Pe Kai Chehare 

   "Daag" (1973)  Songwriter Sahir Ludhiyanvi

        

6. Hum Kash-M-Kash Se  

    "Free Love" (1974) Songwriter Asad Bhopali  

      

7. Sheesha Ho Ya Dil Ho    

    "Aasha" (1980)    Songwriter Anand Bakshi    

 

"BHAJAN  SONGS" of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal

                            (solo)

 

1.  Jyot Se Jyot Jagate Chalo

    “Sant Gyaneshwr” 1964 Songwriter Pandit Bharat Vyas

 

2.  Kanha Kanha Aan Padi Main Tere Dwar

    “Shagird” 1967 Songwriter Majrooh Sultanpuri


3.  Sanj Savare Adharon Pe Mere

    “Madhavi” 1968 Songwriter Majrooh Sultanpuri 

 

4.  Jeevan Daata Jagat Pita Tum Songwriter Anand Bakshi

      Sharafat 1970   


"MUJARA  SONGS" of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal

                            (solo)

 

1.  Sanam Tu Bewafa Ke Naamse             

"Khilona” (1971) Songwriter Anand Bakshi

 

2. Sharafat Chhodadi Maine

3. O Raja Jaani                   

    “Sharafat” (1972) Songwriter Anand Bakshi

 

4. Aaya Aaya Atariya Pe Koi Chor   

5. Mar Diya Jaye Ke Chhod Diya Jaye     

   “Mera Gaon Mera Desh” (1972) Songwriter Anand Bakshi

 

6.  Hamee Kare Koi Surat                        

7.  Pehale So Bar Idhar                            

    “Ek Nazar” (1973) Songwriter Majrooh Sultanpuri


8. O Ramji Tere Lakhan Ne                     

   “Ram Lakhan” (1987)Songwriter Anand Bakshi

     

"PUNJABI  FOLK  SONGS" of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal

                            (solo)

 

1.  Ram Duhai Mere Rama Duhai

    “Aaya Sawan Zumke” (1968) Songwriter Anand Bakshi

 

 2. Sajan Sajan Pukarun

    “Sajan” (1970)Songwriter Anand Bakshi


 3. Bindiya Chamakegi

   “Do Raste’ (1970) Anand Baksh


 4. Shishi Bhari Ghulab Ki

     “Jeet” (1970) Anand Baksh


 5. Hi Sharmau Kis Kis Ko Batau

    “Mera Gaon Mera Desh” (1971) Anand Baksh


 6. Dekho Dekho Biscope Dekho

    “Dushman” (1971) Anand Baksh

 

 7. Mere Bachapan Tu Ja

    “Kachche Dhage” (1973) Anand Baksh


 8. Ni Main Yaar Manan Ni

    “Daag” (1973) Songwriter Sahir Ludhiyanvi


 9. Akhiyon Ko Rehane De

     “Bobby” (1973)   Anand Baksh


10. Mehaboob Ki Mehandi (Best Marraige Song)

    “Mehaboob Ke Mehandi” (1974) Songwriter Anand Bakshi


11. Paradsesi Aaya Desh Main

12. Morani Re Morani Main Jungal Ki 

     “Pratigya” (1976)Songwriter Anand Bakshi


13. Chhap Tilak (with Asha) 

     “Main Tulasi Tere Angan Ki” (1979) Songwriter Anand Bakshi


14. Solah Baras Ki Bali Umar Ko

    “Ek Duje Ke Liye” (1981) Songwriter Anand Bakshi


15. Ye Galiye Ye Chaubara (Best Marraige Song)

     “Prem Rog” (1984) Songwriter Santosh Anand 


16.  Haatho Main Mehandi Bol,  Re Meri Guddi (Best Marraige Song)

       "Uphaar" (1970) Songwriter Anand Bakshi

 

" EXTREMELY MELODIOUS SONGS " of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal

                            (solo)

 

1.  Mere Dil Main Halki See 

     “Parasmani” 1963 Songwriter Asad Bhopali

 

2.  Nind Kabhi Rahatee Thi Aankhon Main

     “Aasra” 1966 Songwriter Anand Bakshi

 

3.  Ye Raat Bhi Jaa Rahi Hai  (Hunting melody)

     “So Saal Baad” 1964Songwriter Anand Bakshi

 

4.  Koi Nahin Hai Phir Bhi Hai Muzako

     “Patthar Ke Sanam” 1967 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

5.  Udate Pawan Ke Sang Chalungi

     “Shagird” 1967 Songwriter Majrooh Sultanpuri


6.  Rokna Hai Aagar Roklijiye Magar

     “Jaal” 1967 Songwriter Raja Mehandi Ali khan

 

7.  Dekho Dekho Dkhoji Baghon Main

     “Farz” 1967 Songwriter Anand Bakshi

 

8.  Nigahen Kyon Bhatakati Hai (Hunting melody)

     “Baharon Ki Manzeel” 1968 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

9.  Chalo Sajana

10.Tum Jao Kahin

11. Allha Ye Ada Kaisi Hai In Hasseeno Main (Best Quwwali Song)

     “Mere Hum Dum Mere Dost” 1968.Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

12. Tu Kitani Achchhi Hai O Maa (best song for Mother)

      “Raja Aur Rank” 1968 Songwriter Anand Bakshi


13. Hum Behano Ke Liye Mere Bhaiyya (Best “Raakhi” Song)

      “Anjana” 1969 Songwriter Anand Bakshi

 

14. Jare Kare Badara Balam Ke Paar

      “Dharatri Kahe Pukar Ke” 1969 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

15. Do Din Ki Zindagi

16. Abhi Kya Sunoge Suna To Kahoge

      “Satyakam” 1969 Songwriter Kaifi Aazmi

 

17. Jaagi Badan Main Jwala 

      “Izzat” 1969 Songwriter Sahir Ludhiyanvi

 

18. Aap Muze Achchhe Lagane Lage

       “Jeene Ki Raah” 1969 Songwriter Anand Bakshi

 

19. Tere Karan Mere Sajan

       “Aan Milo Sajana” 1970 Songwriter Anand Bakshi

 

20. Sajana O Sajana 

      “Abhinetri” 1970 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

21. Zil Mil Sitaron Ka 

      “Jeevan Nrutyu” 1970 Songwriter Anand Bakshi

 

22. O Mitwa O Mitwa 

23. Kajara Laga Ke

      “Jal Bin Machhali Nrutya Bin Bijali” 1970 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

24. Bhai Pardesi Mere Sawariya

      “Uphaar” 1971 Songwriter Anand Bakshi

 

25. Bandhan Tute Na

      “Mom Ki Gudiya” 1971 Songwriter Anand Bakshi

 

26. Piya Ka Ghar Hai Ye 

      “Piya Ka Ghar” 1972 Songwriter Anand Bakshi

 

27. Main Tere Ishq Main Mar Na Jaoun Kahin

      “Loafer” 1973 Songwriter Anand Bakshi

 

28. Ganga Main Duba Tu Jamuna Main Duba (Extremely Sweet Song)

      “Apane Rang Hazar” 1974 Songwriter Anjan

 

29. Nahin Nahin Ree Zana Nahin(Extremely Sweet Song)

      “Zinda Dil” 1975 Songwriter Anand Bakshi

 

30. Koi Mere Mathe Ki Bindiya Saja

      “Palkon Ki Chhaon Main. 1977 Songwriter Gulzar 

 

31. Koi Aayega    (Hunting melody)

      “Kartavya” 1977 Songwriter Verma Malik

 

"  Few More POPULAR SONGS " of Lata Manageshkar with Laxmikant-Pyarelal

 

1.  Ooi Ma Ooi Ma Ye Kya Ho Gaya

     “Parasmani” 1963 Songwriter Farooq Quaser

 

2.  Main Ek Chhota Sa Nanhasa Bachha Houn 

     “Harishchandra Taramati” 1964 Songwriter Rashtrakavi Pradeep


3.  Hum Pyar Kiye Jayenge Koi Rok Sake To Rok Le

     “Daku Mangal Singh” 1964 Songwriter Anand Bakshi

 

4.  Zulmi Hamare Sawariyan Ho Raam

5.  Allha Kare Tu Bhi Aajaye

     “Mr. X In Bombay” 1964 Songwriter Anand Bakshi

 

6.   Kisi Ko Pata Na Chale Baat Ka 

     “Lootera” 1966 Songwriter Anand Bakshi

 

7.   Maa Muze Apane Aanchal Main Chhupa Le(best song for Mother)

      “Chhota Bhai” 1966

 

8.  Payal Ki Zankar Raste Raste

9.  Laal Tera Jug Jug Jiye Mata.

     “Mere Lal” 1966 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

10.  Batadu Kya Lana Tum Lot Ke 

     “Patthar Ke Sanam” 1967 Songwriter Majrooh Sultanpuri

 

11. Dil Bil Pyar Vyar Main Kya Janu Re

     “Shagird” 1967 Songwriter Majroooh Sultanpuri

 

12. Jab Jab Bahar Aayee

      “Taqdeer” 1968 Songwriter Anand Bakshi

 

13. Mera Naam Hai Chameli Main Houn Malan 

      “Raja Aur Rank’ 1968 Songwriter Anand Bakshi

 

13. ABCD Chhodo

14. Aa Aa Ja Aa Ja

15. Kitana Maza Aa Raha Hai

      “Raja Jani” 1972 Songwriter Anand Bakshi

 

16. Rutha Hai To Mana Lenge

      “Jwar Bhata” 1973 Songwriter Rajendra Krishna


17. Suniye Zara Baithiye Na

      “Geeta Mera Naam” 1975 Songwriter Rajendra Krishnan

 

18. Sare Rishet Nate Main Tod Ke Aagayi

      “Jaani Dushman” 1978 Songwriter Verma Malik


19. Main Tulasi Tere Aangan Ki

      “Main Tulasi Tere Aangan Ki” 1979 Songwriter Anand Bakshi

 

20  Yashoda Ka Nand Lala

      “Sanjog” 1986 Songwriter Anand Bakshi

 

21. Main Teri Dushman Dushma Tu Mera

      “Nagin” 1987 Songwriter Anand Bakshi

 

Ajay Poundarik

Vadodara (Gujarat)


2nd January,, 2024.



 








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